कई लोगों ने अपनों को खोया, पहलगाम आतंकी हमले की होनी चाहिए जांच: सपा नेता फखरुल हसन

कई लोगों ने अपनों को खोया, पहलगाम आतंकी हमले की होनी चाहिए जांच: सपा नेता फखरुल हसन
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समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फखरुल हसन ने पहलगाम आतंकी हमले, उत्तर प्रदेश में अत्याचार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीतियों पर तीखा हमला बोला

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फखरुल हसन ने पहलगाम आतंकी हमले, उत्तर प्रदेश में अत्याचार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीतियों पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में कइयों ने अपने अपनों को खोया। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हमले में शामिल आतंकियों को छोड़ा गया था, जिस पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए। सपा का मानना है कि अगर यह सच है, तो यह गंभीर चूक है। उन्होंने सरकार से इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

फखरुल हसन ने इजरायल-ईरान तनाव और गाजा में मासूमों की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि इजरायल द्वारा अस्पतालों और स्कूलों पर हमले और खाद्य-पानी की आपूर्ति रोकना अमानवीय है। सपा का मानना है कि शांति ही इस क्षेत्र के लिए सबसे बेहतर रास्ता है, जैसा कि गांधी जी का भारत चाहता है।

उत्तर प्रदेश की स्थिति पर हसन ने कहा कि राज्य में पिछड़े, दलित और मुस्लिम समुदायों पर अत्याचार बढ़े हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मंदिर जाने पर उसे धोया गया, इटावा में एक कथा कथावाचक का सिर मुंडवाया गया और बारातियों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने इन घटनाओं के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

हसन ने भाजपा पर नफरत और बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सदियों से साथ रहते आए हैं और उन्हें एक-दूसरे के त्योहारों, परंपराओं या पूजा-पाठ से कोई दिक्कत नहीं है। अगर किसी को दिक्कत है, तो वह भाजपा है, जो वोट बैंक के लिए धर्म और जाति पर राजनीति करती है।

सपा के बागी विधायकों पर हसन ने कहा कि जो विधायक पार्टी के खिलाफ बयान दे रहे हैं, उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहिए। ये विधायक सपा के चिह्न और कार्यकर्ताओं की मेहनत से जीते थे, लेकिन अब भाजपा के इशारे पर पार्टी का विरोध कर रहे हैं।

वहीं, आपातकाल पर हसन ने कहा कि सपा ने 2012-17 में ही उस दौरान जेल गए लोगों को पेंशन देने की मांग उठाई थी। सपा ने रेलवे के निजीकरण और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी आंदोलन की बात कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि सपा उत्तर प्रदेश और देश में सामाजिक न्याय और शांति के लिए संघर्ष जारी रखेगी।

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