राहुल गांधी भुवनेश्वर में विशाल रैली को करेंगे संबोधित

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शुक्रवार को भुवनेश्वर के बारामुंडा मैदान में 'संविधान बचाओ समावेश' नामक एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे

भुवनेश्वर। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शुक्रवार को भुवनेश्वर के बारामुंडा मैदान में 'संविधान बचाओ समावेश' नामक एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे।

लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में यह गांधी का राज्य का पहला दौरा होगा। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल भी होंगे।

रैली के बाद, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और वेणुगोपाल कांग्रेस भवन में कांग्रेस विधायक दल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायकों के साथ संगठनात्मक मामलों पर चर्चा भी कर सकते हैं।

ओडिशा में यह रैली, 9 जुलाई को चुनावी राज्य में मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ पटना में आयोजित विशाल ‘बिहार बंद’ रैली के बाद हो रही है। इस रैली में राहुल गांधी ने केंद्र और देश के चुनाव आयोग पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया था कि बिहार में ‘चुनावों में हेराफेरी’ का महाराष्ट्र मॉडल लागू किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष गांधी ने मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ पटना में 'चक्का जाम' विरोध प्रदर्शन के दौरान एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा,“हम बिहार आए हैं, जहाँ लोगों ने संविधान के लिए अपनी जान कुर्बान की है। हमारे संविधान में लिखा है कि प्रत्येक नागरिक को वोट देने का अधिकार है। मैं भारत और बिहार के लोगों को बताना चाहता हूँ कि जिस तरह महाराष्ट्र के चुनावों के दौरान मताें धांधली हुई, उसी तरह बिहार के चुनावों में हेराफेरी करने की कोशिश की जा रही है।”

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में देखी गई ‘चुनावी हेराफेरी का पैटर्न’ बिहार में भी दोहराया जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग को ‘गोदी आयोग’ करार दिया और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर इस संवैधानिक संस्था का इस्तेमाल ‘बिहार के गरीब लोगों’ के नाम मतदाता सूची से हटाने का आरोप लगाया।

भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) के कई वरिष्ठ नेताओं, जिनमें भाकपा महासचिव डी. राजा, भाकपा (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के नेता दीपांकर भट्टाचार्य, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, कन्हैया कुमार और संजय यादव शामिल थे, ने भी बिहार में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

कांग्रेस नेता ने कहा, “जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के नाम जोड़े गए, वहाँ भाजपा जीती।” हालाँकि चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बिहार के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है, जहाँ निर्धारित अवधि के पहले भाग में 57 प्रतिशत से अधिक गणना प्रपत्र एकत्र किए गए, जिससे देश भर में शुद्ध मतदाता सूची बनाए रखने के लिए आयोग की प्रतिबद्धता और पुष्ट होती है।

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं और राज्य में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। जनता दल (यूनाइटेड) (जद(यू) और भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राजग का मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और अन्य दलों के महागठबंधन से होगा।

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